रक्षाबंधन से पहले 1 करोड़ से अधिक महिलाओं के लिए महाराष्ट्र सरकार का बड़ा उपहार, रजिस्ट्रेशन में बना नया रिकॉर्ड | Maharashtra’s Ladli Bahina Scheme

Maharashtra’s Ladli Bahina Scheme : महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बीच राज्य सरकार की लाडली बहिना योजना (प्यारी बहन योजना) ने अभूतपूर्व ध्यान आकर्षित किया है। 1.27 करोड़ से अधिक महिलाओं के पंजीकृत होने के साथ, यह योजना राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव लाने वाली साबित हो सकती है।

महिलाओं के लिए उदार वित्तीय प्रोत्साहन

महाराष्ट्र सरकार ने लाडली बहिना योजना के लिए 46,000 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की आर्थिक रूप से वंचित महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपए मिलेंगे। इस पहल का उद्देश्य राज्य की महिला आबादी के एक महत्वपूर्ण हिस्से को वित्तीय सहायता और सशक्तीकरण प्रदान करना है।

वित्त मंत्री अजित पवार ने इस महत्वपूर्ण प्रावधान की घोषणा की, जिसमें महिलाओं के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। इस योजना को महाराष्ट्र के इतिहास में सबसे लोकप्रिय कल्याण कार्यक्रमों में से एक माना जा रहा है, सरकार इसे राज्य की बहनों के सम्मान में मासिक उपहार के रूप में देख रही है।

रिकॉर्ड तोड़ पंजीकरण और कार्यान्वयन

लाडली बहिना योजना को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के अनुसार, इस योजना के लिए लगभग 1.27 करोड़ महिलाएं पहले ही पंजीकरण करा चुकी हैं। महायुति (सत्तारूढ़ गठबंधन) के नेताओं ने बताया कि आवेदनों का सत्यापन और पंजीकरण प्रक्रिया युद्ध स्तर पर चल रही है।

रक्षाबंधन के नजदीक आने के साथ ही सरकार त्योहार से पहले अधिक से अधिक पात्र महिलाओं को इसमें शामिल करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। इस कदम को योजना की लोकप्रियता को भुनाने और आगामी चुनावों से पहले सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के लिए एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

राजनीतिक निहितार्थ और विपक्ष की प्रतिक्रिया

महायुति गठबंधन का मानना ​​है कि लाडली बहिना योजना को मिल रही जबरदस्त प्रतिक्रिया ने विपक्ष को झकझोर कर रख दिया है। उनका दावा है कि आलोचक बिना कोई ठोस विकल्प दिए योजना का विरोध करने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ विरोधियों ने इस कार्यक्रम को अदालत में चुनौती देने की भी कोशिश की है, लेकिन गठबंधन का दावा है कि ये प्रयास असफल रहे हैं।

सत्तारूढ़ गठबंधन का अनुमान है कि इस लोकप्रिय योजना के खिलाफ विपक्ष का रुख आगामी विधानसभा चुनावों में उल्टा पड़ेगा। उनका तर्क है कि महाराष्ट्र की महिलाएं अपने वोट के ज़रिए अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करेंगी, जिससे विपक्ष की चुनावी संभावनाओं को काफ़ी नुकसान हो सकता है।

लाडली बहिना योजना जैसे-जैसे लोकप्रिय होती जा रही है, यह महाराष्ट्र के राजनीतिक विमर्श में एक केंद्रीय मुद्दा बन गई है। विधानसभा चुनावों से पहले इस योजना के क्रियान्वयन और मतदाताओं पर इसके प्रभाव पर बारीकी से नज़र रखी जाएगी। चुनाव से पहले यह तोहफा सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए राजनीतिक लाभ में बदलेगा या नहीं, यह तो अभी देखना बाकी है, लेकिन इसने निस्संदेह महाराष्ट्र में एक दिलचस्प चुनावी लड़ाई के लिए मंच तैयार कर दिया है।

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